Tuesday 21 August 2012

on

रेषक : गीतू सिंह
मेरा नाम अनुज/गीतू है ! मैं 23 वर्ष का युवक हूँ। मैं बचपन से ही बहुत शर्मीला हूँ। मेरे मन में लड़कियों के लिए बहुत इज्ज़त है। मैंने 12 के बाद से मुठ मारना सीखा है और अभी भी कोशिश करता हूँ कि किसी लड़की को सोच कर ना मारूँ ! पता नहीं मेरा मन गवाही नहीं देता !
फिर भी मन में रहता है कि कोई मिले जिसको नंगा देखूँ, उंगली करूँ, चूची दबाऊँ !
खैर मैं अपनी असली आपबीती बताता हूँ !
बात उस समय की है जब मैं कोचिंग करके कोटा से हैदराबाद लौट रहा था जहाँ मेरा परिवार रहता था। मैंने एसी में आरक्षण कराया था, मुझे क्या मालूम था कि मेरे साथ क्या होने वाला है।
मैं अपने कम्पार्टमेंट में बैठा और गाड़ी चलने की इंतजार करने लगा।
मैं खिड़की से पर्दे हटा कर देख रहा था तो कुछ लड़कियाँ इधर-उधर आ-जा रही थी। मैंने सोचा कि कोई लड़का या आदमी मेरे कम्पार्टमेंट में आए तो सही है, फ़र्जी के गंदे ख्याल से बच जाऊँगा !
पर शायद ऊपर वाला नहीं चाहता था कि ऐसा हो।
और थोड़ी ही देर बाद एक लड़की मेरे कम्पार्टमेंट में आई। उसने जींस, लाल टीशर्ट पहनी थी, उसके होंठ बहुत सुंदर थे, हिरन जैसी आँखें, काजल लगाये थी वो ! मेरा मन न मान के भी मैं उसे देख रहा थे ! मन कर रहा था कि उसके कमल नयन के रस में डूब कर मर जाऊँ!
खैर मैंने अपने आप पर काबू किया और बाहर देखने लगा। मैं इंतजार करने लगा कि कोई और आ जाए मेरे कम्पार्टमेंट में, तो सही है, पर कोई नहीं आया।
शाम होने लगी, मैं भी खा पीकर सोने की तैयारी करने लगा !
इस बीच उससे मेरी एक बार बात हुई, उसने पूछा- कहा जाना है?
मैंने कहा- हैदराबाद !
वो मुस्कराई, मैं उसकी आँखें ही देखता रहा। थोड़े देर बाद मैं सो गया शायद वो भी पता नहीं !
बीच रात में मुझे सिसकने के आवाज आई तो मैंने सर उठाकर देखा, कोई आदमी करीब 30 साल का उसको सहला रहा है।
मैं भी देखने लगा, वो उसका पैर चाट रहा था और एक हाथ से चूची सहला रहा था, दूसरा हाथ गांड पर था।
मैंने सोचा- रोकूँ ! फिर सोचा शायद लडकी के मंजूरी से चल रहा है !
मैं चुपचाप देखने लगा !
उसने उसकी टॉप उतार दी, दो चाँद सिर्फ काले धागे (ब्रा बहुत बारीक़ थी) से बंधे साफ़ नजर आ रहे थे। वो अब ब्रा भी उतर गई, मानो बाँध से पाने छोड़ दिया गया हो ! पता नहीं मुझे बुखार सा लगने लगा, सर एकदम गरम हो गया।
फिर भी मैं चुप कर के देखता रहा। वो उसकी चूची चूसे जा रहा था, कभी ये चूसता कभी वो !
लड़की की आँखें बंद सी थी, फिर उसने उसकी जींस उतारी, वो चूत में उंगली करने लगा। फिर थोड़ी देर बाद उसने लड़की की गांड चड्डी के ऊपर से ही चाटना शुरू कर दिया, बीच-बीच में चूतड़ों पर एक चांटा भी मार देता !

0 comments:

Post a Comment